Innocent बच्चों को, मै उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

ये सिर्फ मेरे विचार या चंद पक्तियाँ नहीं है। हो सकता है आप इन्हे पढ़कर प्रभावित न हों न ही आप इस पर कोई विचार करें क्योंकि आप इन सबके इतने आदि हो चुके हो कि अब आपके घिसटते जीवन मे आपको कोई समस्या दिखाई ही नहीं देती। आपके राजनेताओं, अधिकारियों द्वारा आपको इतना Trained कर दिया गया है कि बगैर गीला-शिकवा किये आप हर समस्या के साथ चुपचाप जीना सीख चुके हैं और आप सोचते हैं कि सबकुछ ठीक है और यही आपकी नियति है।

लेकिन मै आपको बताया दूँ, ये सब तब तक चल जाएगा जब तक आपके हाथ-पैरों मे दम है और आप अपने तथाकथित आकाओं (राजनेताओं, अधिकारियों) के रहमो करम पर जिये जा रहे हैं लेकिन आपके जीवन मे एक समय वो भी आयेगा जब आप अपने बच्चों के साये मे जियेंगे तब आपका ये कोई आका आपके काम नहीं आएंगे, तब आपके बच्चे ही आपको जीते-जी, नर्क या स्वर्ग का एहसास करवाएंगे और ये आपके, आज अपने बच्चों के साथ किये जा रहे व्यवहार का परिणाम होगा।

कहते हैं “जब जागो तब ही सबेरा” अभी भी देर नहीं हुई है, थोड़े से प्रयास और अपने बच्चों के प्रति सहीं सोच और प्रेम से, आप अपना भविष्य सुरक्षित और सुखमय बना सकते हैं। अब मेरी इन पंक्तियों को ध्यान से पढ़िये और थोड़ा रुककर गंभीरता से अपने जीवन साथी के साथ बैठकर विचार कीजिए।

अभी सब आपके हाथ मे हैं जब तक आपके बच्चे विद्रोह करने लायक नहीं हो जाते, संभल जाओ और अपना और अपने बच्चों का भविष्य संवार लो वर्ना “तब पछताये होत का जब चिड़िया चुग गई खेत” ये तो आपने कई बार सुना होगा, ऐसा ही रहा तो कुछ दिनों बाद इसका सहीं मतलब आप खुद अनुभव भी करोगे।

लाद रखे है जो तुमने, उन पर अपनी उम्मीदों के बोझे,

उन बोझों से उनको, मै मुक्त कराना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ 

बच्चों का पढ़ाई मे मन न लगने के कारण और उनका समाधान जानने के लिये आज ही पढ़िये – “STRESS FREE EDUCATION” (Hindi Edition) – CA DevRatna

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ
मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

जो तुम खुद ना हो सके, उनको, वो बनाना चाहते हो

वो जो दुनिया मे, करने आये हैं, मैं उन्हे वही, बनाना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

भविष्य के सपनों तले, उनके बचपन के आनंद को तुम दबाना चाहते हो

हकीकत से तारुफ़ करा, मै उन्हे, बचपन जीने का, आनंद दिलाना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

Life मे निश्चित सफलता हासिल करने और Name-Fame-Money पाने के लिये पढ़ें और जाने – “काबिल बनो – सफलता झकमारकर पीछे आयेगी” – Author – CA DevRatna

मै बच्चों को उनका बचपन
मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

जीकर जिंदगी अपनी, बचपन फिर जीने की, तमन्ना होती है तुम्हारी

फिर बड़े होने की क्यों देते हो नसीहत, तुम उन्हें, ये समझाना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

पढ़ो-लिखो मेहनत करो, जुटे रहो बस लगे रहो तुम उन्हे

यही सिखाए जाते हो

गधा हमाली छोड़, कैसे पढ़ना, कम मे ज्यादा हासिल करना, उन्हे सिखाना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

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काश! मै बचपन फिर जी पाता
काश! मै बचपन फिर जी पाता

20-22 साल की मेहनत फिर ना नौकरी ना कमाई,

ऊपर से तुम्हारा नाकारा कहना

इन सब मुसीबतों से बचा, पढ़ते हुए कमाना, उन्हे सिखाना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

पीढ़ी दर पीढ़ी, सदियों से चली आ रही, पढ़ोगे तो Life बन जाएगी

जैसे जुमलों को

क्यों-क्या-कैसे पढ़ोगे, बता हर बच्चे को Assured Life दे

इस जुमले को हकीकत का, जामा पहनाना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

Academic या Competitive Exams मे कम समय मे पढ़कर ज्यादा Marks कैसे लायें? जानने के लिये पढ़ें – “Topper’s Secret – SUCCESS WINDOW” – CA DevRatna

22 साल देकर बेरोजगारी पायी
22 साल देकर बेरोजगारी पायी

उन पर अच्छे नंबर-अच्छी रैंक-सबसे आगे रहने का

दबाब तुम बढ़ाये जाते हो

ऐसे मानसिक तनावों से लड़ने के लिए, मै उन्हे Mentally Strong बनाना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

जीवन का Best & Golden Period बचपन,

हर इंसा Miss करता, लौटकर फिर जीना चाहता है

मुमकिन होता नहीं जो, ऐसा इनके साथ ना हो,

वो जी भर जियें अपना बचपन ऐसा कुछ मै करना चाहता हूँ

मै बच्चों को उनका बचपन लौटाना चाहता हूँ

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